लोकसभा में विपक्ष के नेता सांसद राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग पर ‘बम'(जोरदार जुबानी हमला) फोड़ रहे हैं और कह रहे हैं कि उनके पास एटम बम है, जब फटेगा तो चुनाव आयोग आपको कहीं नजर नहीं आएगा। साफ शब्दो में राहुल गांधी कह रहे हैं कि चुनावों में वोट चोरी हो रहे हैं। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से लेकर लोकसभा चुनावों तक राहुल गांधी चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं। आखिर इसके पीछे क्या सच्चाई है, जनता जानना चाहती है।
राहुल गांधी ने क्या कहा, “ वोट चोरी हो रहे हैं और इस वोट चोरी में चुनाव आयोग शामिल है और मैं यह हल्के में नहीं कहा रहा हूं, मैं सौ फीसदी सबूत के साथ ऐसा बोल रहा हूं, हमारे पास पुख्ता सबूत हैं “ इसके साथ राहुल गांधी ने यह भी कहा कि आयोग भाजपा के लिए ऐसा कर रहा है।
उन्होंने ककहा कि हमें मध्य प्रदेश में संदेह था, लोकसभा में भी संदेह था। महाराष्ट्र में हमारा संदेह थोड़ा आगे बढ़ा। हमे स्टेट लेबल पर लगा कि चोरी हुई है। हम डिटेल में गए। चुनाव आयोग ने हमारी मदद नहीं की, तो हमें गहराई में जाना पड़ा। हमने स्वयं जांच करवाई, इसमें छह महीने लग गए लेकिन हमें जो मिला है वो एटम बम है, यह फटेगा तो हिंदुस्तान में चुनाव आयोग कहीं दिखेगा नहीं।
इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा है कि वह बड़ी गंभीरते से बोल रहे हैं कि जो भी चुनाव आयोग में बैठकर यह काम कर रहे हैं। ऊपर से नीचे तक कोई भी हो हम छोड़ेंगे नहीं। क्योंकि आप हिंदुस्तान के खिलाफ काम कर रहे हैं। यह देशद्रोह है। इससे कम नहीं। आप कहीं भी हो, रिटायर्ड हो या कुछ हो, हम आपको ढूंढकर निकालेंगे, कर्नाटक में इसका खुलासा करेंगे।
राहुल गांधी बेतुके बयान दे रहे हैंः चुनाव आयोग
दूसरी ओर चुनाव आयोग का कहना है कि आयोग द्वारा राहुल गांधी बेतुके बयान दे रहे हैं। उन्हें 12 जून को 2025 को एक मेल भेजते हैं लेकिन वह नहीं आते और नहीं ही मेल का कोई जवाब देते हैं। वह आयोग का यह भी कहना है कि राहुल गांधी ने चुनाव आयोग को कई पत्र नहीं भेजा है।
कांग्रेस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर राहुल गांधी का एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें लिखा है कि वोट चोरी इलेक्शन कमिशन फैक्ट चेक ने तथ्य पेश करते हुए कहा कि कर्नाटक में लोकसभा चुनाव के दौरान निर्वाचक नामावली तैयार करने में 31 डीईओएस, 419 ईआरओ और एईआरओ, 58,834 बीएलओ के अतिरिक्त सभी राजनीतिक दलों के सभी बीएलए ने अहम भूमिका निभाई।
इलेक्शन कमीशन ऑफ इंडिया की फैक्ट चेक टीम ने कहा कि निर्वाचक नामावली का प्रारूप तथा अंतिम सूची ईएनसी (कांग्रेस) सहित सभी राजनीतिक दलों के साथ साझा की गई थी, अंतिम निर्वाचक नामावली के विरुद्ध एक भी अपील दाखिल नहीं की गई। कर्नाटक सीईओ ने निर्वाचक नामावली को कांग्रेस के साथ साझा करने की तिथियों की जानकारी पहले ही साझा की है।
उन्होंने कहा कि लोकसभा 2024 चुनाव को संपन्न कराने में 2,82,648 पॉलिंग ऑफिसर्स तथा पीठासीन अधिकारियों, 28 आरओएस, 259 एआरओ, 113 आर्ब्जवर तथा 4,230 काउंटिंग सुपरवाइजर और 4,230 काउंटिंग असिस्टेंट ने अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इस प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा कराया।
भारतीय चुनाव आयोग फैक्ट चेक टीम का कहना है कि चुनावों के एक साल बाद लाखों चुनाव कर्मियों पर बेबुनियाद आरोप लगाना, बार-बार डराना-धमकाना और वोट चोरी जैसे शब्दों का उपयोग करना एक बेहद गैर-जिम्मेदाराना तरीका है।