चंडीगढ़/सोमनाथ कैंथ
हाल ही में आई बाढ़ को देखते हुए पंजाब के मंत्रियों, विधायकों और आम आदमी पार्टी के संगठन ने जमीनी स्तर पर राहत कार्यों की कमान संभाली हुई है मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार व्यापक राहत और पुनर्वास कार्यों में सक्रिय रूप से जुटी हुई है। मुख्यमंत्री और उनके कैबिनेट मंत्री लगातार प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं ताकि ज़रूरी सहायता लोगों तक पहुँच सके और प्रशासनिक राहत कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी की जा सके।
सरकार के वरिष्ठ अधिकारी संसाधन जुटाकर ज़मीनी स्तर पर सहायता पहुँचा रहे हैं। इस दौरान सांसद डॉ. राज कुमार चब्बेवाल ने होशियारपुर ज़िले में राहत एवं पुनर्वास के लिए अपने सांसद निधि से 50 लाख रुपये स्वीकृत किए हैं। यह राशि मुकेरियां हलके में धुसी बांध और चब्बेवाल हलके में कुकरा डैम की मज़बूती व मरम्मत पर खर्च की जाएगी, जिन्हें हाल की बाढ़ ने बुरी तरह प्रभावित किया है।
वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने घग्गर नदी की स्थिति का जायज़ा लेने के लिए खन्नौरी हेडवर्क्स का दौरा किया और कहा कि पानी का स्तर इस समय 743.7 फ़ुट है, जो खतरे के निशान 748 फ़ुट से नीचे है। उन्होंने लोगों को आश्वस्त किया कि स्थिति नियंत्रण में है। साथ ही, उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह हरियाणा सरकार को घग्गर नदी चौड़ीकरण पर लगी रोक हटाने को कहे, ताकि पंजाब सरकार नदी के तटों को चौड़ा व मज़बूत कर नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सके।
कैबिनेट मंत्री अमन अरोड़ा ने कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ और विधायक कुलदीप सिंह धालीवाल के साथ अजनाला हलके में चल रहे राहत कार्यों का जायज़ा लिया। मंत्रियों ने सबसे ज़्यादा प्रभावित गाँव घोनेवाल का दौरा किया, जहाँ वे भारी बारिश के बावजूद ट्रैक्टर से पहुँचे। तबाही देखकर भावुक हुए मंत्री अरोड़ा ने लोगों को हुए नुक़सान की भरपाई करने की सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने विधायक गुरदीप सिंह रंधावा के साथ गुरदासपुर ज़िले के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने ज़िला प्रशासन द्वारा लगाए गए राहत शिविरों—नरहावाली, कलानौर, मच्छराला, पखोके और डेरा बाबा नानक—में स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी जा रही सेवाओं का निरीक्षण किया।
इसी तरह, कैबिनेट मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने फ़ाज़िल्का ज़िले में चंद भान नाले के पास प्रभावित लोगों को व्यक्तिगत रूप से राहत सामग्री वितरित की। उन्होंने बताया कि फ़ाज़िल्का हलके में 70 लाख रुपये से अधिक की राहत सामग्री—4,558 राशन किट और 2,017 बोरे पशु चारे समेत—वितरित की गई है। महिलाओं को सैनिटरी पैड और मच्छरदानी दी गईं, बुजुर्गों के लिए वृद्धाश्रम खोले गए और राहत शिविरों में सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं।
स्थानीय निकाय मंत्री डॉ. रवजोत सिंह ने विधायक जसवीर सिंह राजा गिल के साथ व्यास नदी के पुल, जो कि टांडा और श्री हरगोबिंदपुर को जोड़ने वाले पुल के पास धुसी बांध का निरीक्षण किया और अधिकारियों को इसे मज़बूत करने के तुरंत निर्देश दिए। उन्होंने मियानी गाँव के एक राहत शिविर का भी दौरा कर प्रभावित परिवारों की ज़रूरतों का जायज़ा लिया।
शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने “साडा एमएलए साडे विच” कार्यक्रम के दौरान घोषणा की कि भाखड़ा डैम के पास के गाँवों में बाढ़ की पुरानी समस्या हल हो गई है। उन्होंने बताया कि पंजाब सरकार ने श्री आनंदपुर साहिब हलके में सतलुज नदी के तटों की मज़बूती पर 15 करोड़ रुपये खर्च किए हैं, जिससे इस साल क्षेत्र बाढ़ से बचा रहा।
ज़िला पठानकोट के विधानसभा हल्का भोआ के जो भी क्षेत्र बाढ़ प्रभावित हैं उन क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरण का कार्य लगातार जारी है। कैबिनेट मंत्री श्री लाल चंद कटारूचक्क ने आज बमियाल क्षेत्र के गाँव बमियाल, पलाह, चक्क अमीर और अन्य गाँवों में राहत सामग्री वितरित की।
पट्टी हलके में कैबिनेट मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने जलोके, कोट बुड़ा, भावाल और रसूलपुर गाँवों का दौरा किया और वहाँ राशन, दवाइयाँ, तिरपाल और पशुओं के लिए चारा वितरित किया।
मुख्यमंत्री मान के निर्देश पर राज्य के मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा ने अमृतसर ज़िले के अजनाला और रामदास के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने चमियारी गाँव के राहत केंद्र का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जल संसाधन विभाग के प्रमुख सचिव कृष्ण कुमार, प्रशासनिक सचिव कमल किशोर यादव, वरुण रूजम और बसंत गर्ग समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे।