संगरूरः पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि ज़िले में घग्गर नदी से संबंधित स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में हैं। ज़िला प्रशासनिक परिसर में विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक करने के उपरांत मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि इस समय घग्गर में जलस्तर 744.3 फीट है, जबकि खतरे का निशान 748 फीट पर है। राहत की बात यह है कि नदी में पानी का बहाव घट रहा है और अगले 20 घंटों में जलस्तर और कम होगा। इसलिए लोगों को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
चीमा ने कहा कि ज़िले के गांव सतौज, हरियाऊ, डस्का और संगतपुरा में, जहां भारी बारिश के कारण दिक्कतें उत्पन्न हुईं, वहां प्रशासनिक टीमें सक्रिय हैं। उन्होंने भरोसा दिलाया कि नुकसान झेलने वाले लोगों को विशेष गिरदावरी के आधार पर उचित मुआवज़ा मिलेगा। इस संबंध में डिप्टी कमिश्नर की अगुवाई में कार्रवाई चल रही है। उन्होंने यह भी बताया कि ज़िले में ड्रेनों और नालों में आई 18 दरारों में से 12 को बंद किया जा चुका है और शेष कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
जल निकासी साधनों की सफाई हेतु लगभग 3 करोड़ 73 लाख रुपए खर्च
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा जल निकासी साधनों की सफाई हेतु लगभग 3 करोड़ 73 लाख रुपये जारी किए गए थे और जून माह तक सफाई कार्य पूरा भी कर लिया गया था लेकिन पहाड़ी राज्यों व स्थानीय स्तर पर भारी वर्षा के कारण मलबा मैदानों में जमा हो गया, जिससे दिक्कतें आईं। इस समस्या के समाधान के लिए मशीनें लगातार कार्यरत हैं और सफाई का काम युद्धस्तर पर चल रहा है।
बैठक के दौरान श्री चीमा ने मौजूदा हालात की समीक्षा की और जलस्रोतों व जल निकासी साधनों की देखरेख में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को लगातार फील्ड में रहकर हालात पर नज़र रखने की हिदायत दी। साथ ही स्कूलों, स्वास्थ्य संस्थानों और विभिन्न सरकारी इमारतों को हुए नुकसान की भी समीक्षा की और ज़रूरी दिशा-निर्देश जारी किए।
जल निकासी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर बल दिया
कैबिनेट मंत्री ने आगे से होने वाले सभी विकास कार्यों में जल निकासी की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर बल दिया। सड़क निर्माण के दौरान पानी के बहाव के लिए पाइप डालना अनिवार्य किया जाए और यदि कोई नाला ऊँचा बनाया जाता है तो बरसाती पानी निकालने के उचित प्रबंध किए जाएं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए कि जिन गांवों में पानी लगातार जमा रहा है या अब भी खड़ा है, वहां विशेष मेडिकल मोबाइल वैन भेजी जाए ताकि लोगों को स्वास्थ्य संबंधी कोई समस्या न हो। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार हर स्थिति में अपने लोगों के साथ खड़ी है और समस्याओं को दूर करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है। ज़िला प्रशासन की टीमें लगातार काम कर रही हैं।
उन्होंने जनता से अपील की कि राहत कार्यों में प्रशासन को पूरा सहयोग दें। उन्होंने कहा कि सीवरेज कर्मचारियों की हड़ताल को लेकर भी बातचीत जारी है और आपात सेवाएं चालू हैं।
इस अवसर पर हलका विधायक श्रीमती नरिंदर कौर भराज, डिप्टी कमिश्नर राहुल चाबा, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) सुखचैन सिंह, कैबिनेट मंत्री के ओ.एस.डी. तपिंदर सिंह सोही, एस.डी.एम. संगरूर चरणजोत सिंह वालिया, एस.डी.एम. दिड़बा राजेश शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।